दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बीच पहले तो खबर उठी कि इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरी. काफी देर से दिल्ली की चुनावी रैली में राहुल गांधी की पहली एंट्री हुई 13 जनवरी को सीलमपुर से। उसके बाद कार्यकर्ताओं और लोगों को लगा कि राहुल गांधी ताबड़तोड़ रैली करेंगे…प्लान भी कुछ ऐसा ही बना।
कांग्रेस से वोट बैंक आम आदमी पार्टी ने छीन ली थी, उसे वापस कांग्रेस के पास लाने की रणनीति पर काम हो रहा है।कांग्रेस की वापसी की चर्चा हर ओर है।पिछली बार साल 2020 में 5% से भी कम वोट लाने वाली कांग्रेस इस बार कितना वोट ला पाएगी? इस बार दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी? यह भविष्य में तय होगा.
2015 और 2020 का स्कोर
2015 और 2020 में कांग्रेस दिल्ली में खाता नहीं खोल पाई थी, इसीलिए कांग्रेस इस बार देश की राजधानी में अपने सर्वाइवल की लड़ाई लड़ रही है. अब जबकि सभी 70 सीटों के लिए प्रत्याशियों का चेहरा साफ हो गया है, ऐसे में कांग्रेस के कैंपेन और उसके चुनाव प्रचार पर सबकी नजरें टीकी।
उम्मीदवारों की ओर से भी राहुल गांधी की डिमांड सबसे ज्यादा है. हाल ही में वायनाड लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बनी प्रियंका गांधी वाड्रा के भी चुनाव प्रचार में उतरने की संभावना है. इन दोनों नेताओं की पूरी दिल्ली में लगभग एक दर्जन कार्यक्रम करवाने की तैयारी है, जिसमें सभाएं और रोड शो शामिल हैं. सबकी नजर इन दिनों नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र पर है. ये सीट काफी हाई प्रोफाइल बन गई है. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार हैं. रोचक बात यह है कि कांग्रेस ने पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को यहां मैदान में उतारा है. संदीप दीक्षित पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं. शीला 2013 से पहले लगातार तीन बार इसी नई दिल्ली सीट से विधायक रहीं. इन दिनों नई दिल्ली विधानसभा सीट पर राहुल गांधी का रोड शो करवाए जाने की तैयारी की जा रही है. फिलहाल, रूट को तय किया जा रहा है.
20 जनवरी को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर राहुल गांधी का रोड शो और चुनाव प्रचार होना था, लेकिन इस बीच खबर आई कि राहुल गांधी बीमार पड़ गए हैं।
राहुल पड़े बीमार या खेल कुछ औऱ?
सबसे खास बात तो ये भी है कि 20 जनवरी को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए राहुल गांधी बीमार हुए, लेकिन अगले ही दिन 21 जनवरी को कर्नाटक के बेलगावी में राहुल गांधी की अगुवाई में ज. बापू जय भीम जय संविधान की रैली है। ये रैली अमित शाह के संविधान वाले बयान के खिलाफ आयोजित की गई है।
सवाल ये कि क्या दिल्ली में कांग्रेस, गठबंधन ना होने के बाद भी गठबंधन हित का ध्यान में रखकर सॉफ्ट तो नहीं हो गए हैं। लेकिन दूसरी तरफ देखें..
राहुल गांधी का 22 से 25 जनवरी के बीच कालकाजी में प्रत्याशी अलका लांबा के साथ मतदाताओं से रूबरू होने का भी प्लान है।
इस बीच दिल्ली एम्स की सुविधाओं को लेकर भी राहुल गांधी ने अपनी चिंता जाहिर की है, साथ में उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को एक चिट्ठी लिखकर मरीजों और उनके परिवार वालों के लिए बेहतर सुविधा देने की मांग कर दी है।
राहुल गांधी ने चिट्ठी में कहा,
”देशभर से दिल्ली AIIMS आने वाले मरीजों और उनके परिवारों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है. पिछले दिनों मैंने देखा कि ठिठुरती ठंड में ये मेट्रो स्टेशन के नीचे सोने को मजबूर हैं, जहां न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न शौचालय की. आसपास कूड़े-कचरे का भी ढेर लगा रहता है। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों का दिल्ली AIIMS आना यह भी दिखाता है कि लोग जहां रहते हैं वहां उन्हें सस्ती और अच्छी क्वालिटी की स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।”
इससे पहले राहुल गांधी ने एम्स और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया था. इसका उन्होंने वीडियो भी शेयर किया था. उन्होंने कहा था, एम्स के बाहर नरक. देशभर से आए गरीब मरीज और उनके परिवार एम्स के बाहर ठंड, गंदगी और भूख के बीच सोने को मजबूर हैं. उनके पास न छत है, खाना और न शौचालय और न ही पीने का पानी. बड़े-बड़े दावे करने वाली केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने इस मानवीय संकट पर आंखें क्यों मूंद ली हैं?”
सीलमपुर की रैली के बाद कुड़े और नाले का वीडियो शेयर कर ये भी कहा था कि पेरिस बनाने की बात करने वाले दिल्ली को ये क्या बना दिए हैं।
उधर, बीजेपी से अनुराग ठाकुर ने आम आदमी पार्टी को अलगाववाद, आतंकवाद और अफवाह फैलाने वाली की पार्टी करार दिया है। अनुराग ठाकुर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बाहर से अलग-अलग दिखते हैं लेकिन अंदर से एक ही हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं, जो देशविरोधी ताकतों से हाथ मिलाते हैं, राजनीतिक लाभ के लिए उनसे चंदा भी लेते हैं और फिर मौन साध लेते हैं। उन्होंने कहा कि ये डबल डेटिंग करने वाले राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल बाहर से कुछ और अंदर से एक ही नजर आते हैं।
मतलब कभी नरम तो कभी गरम राहुल गांधी की रणनीति में आम आदमी पार्टी के लिए मास्टर प्लान है क्या? कांग्रेस आखिर सोच क्या रही है..इसे समझने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा…5 फरवरी को वोटिंग है 8 फरवरी को परिणाम आएंगे, इसके बाद ही पता चलेगा कि दिल्ली की जनता आखिर किसे ज्यादा पसंद करती है?